- आयुष विभाग की ई-पत्रिका तथा आयुष आपकी रसोई में पुस्तिका का विमोचन, चिकित्सकों की बायोमेट्रिक हेतु आयुष अटेंडेंस ऐप का शुभारम्भ
- आयुष पद्धति के प्रचार-प्रसार के जिंगल्स का लोकार्पण किया गया
- 01 मार्च, 2023 से नगर विकास एवं आवास व शहरी नियोजन के चिन्हित पार्कों में योगाभ्यास आयुष चिकित्सा कार्यक्रम होगा आयोजित
- ग्रीष्मकाल में प्रातः 6ः15 से 07 बजे तक व 7ः15 से 08ः00 बजे तक
- शीतकाल में प्रातः 7ः15 से 08ः00 बजे तक एवं 08ः15 से 09ः00 बजे तक योग प्रशिक्षकों के माध्यम से योगाभ्यास कराया जायेगा
- आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथी चिकित्सक भी पार्कों में लोगों को चिकित्सकीय परामर्श हेतु मौजूद रहेंगे
लखनऊ, सोमवार 27फरवरी 2023 (सूवि) फाल्गुन मास शुक्ल अष्टमी, बसंत ऋतु २०७९ राक्षस नाम संवत्सर। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा एवं आयुष, खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ की उपस्थिति में नगर विकास और आयुष विभाग के बीच तथा आवास एवं शहरी नियोजन और आयुष विभाग के बीच आज जल निगम के ट्रांजिट हास्टल ‘संगम’ में समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ।
समझौता ज्ञापन में स्थानीय निकाय निदेशक श्रीमती नेहा शर्मा तथा आयुष के मिशन डायरेक्टर महेन्द्र वर्मा और विशेष सचिव आवास एवं शहरी नियोजन राकेश कुमार मिश्र तथा आयुष के मिशन डायरेक्टर महेन्द्र वर्मा ने हस्ताक्षर किये और एक-दूसरे को इसका प्रस्ताव हस्तगत किया।
इसमें प्रदेश में जनसामान्य तक आयुष पद्धतियों व स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए एवं नगरीय निकायों व आवास एवं शहरी नियोजन के स्वामित्व वाले चिन्हित पार्कों में 01 मार्च, 2023 से प्रतिदिन योग दिवस कार्यक्रम कराने के लिए तीनों विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। इस दौरान मंत्री ए0के0 शर्मा एवं डॉ0 दयाशंकर ‘दयालु’ ने आयुष विभाग की ई-पत्रिका तथा आयुष आपकी रसोई में पुस्तिका का विमोचन, चिकित्सकों की बायोमेट्रिक हेतु आयुष अटेंडेंस ऐप का शुभारम्भ, आयुष पद्धति के प्रचार-प्रसार के जिंगल्स का लोकार्पण तथा इन्वेस्ट आयुष यूपी, हर दिन हर घर आयुर्वेद तथा यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सराहनीय कार्य करने वाले 04 अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किया गया।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के विजन ‘सबको मिले असानी से चिकित्सकीय सेवाएं और इलनेश से वेलनेस की तरफ हमारी सोच बढ़े’ तथा लोगों का जीवन स्तर में सुधार हो, इसके लिए नगर विकास विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारी आयुष विभाग द्वारा 01 मार्च से नगरीय निकायों एवं आवास विकास व शहरी नियोजन के पार्कों में चलाये जा रहे योगा दिवस एवं आयुष पद्धति कार्यक्रम की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के लिए सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि नगरीय पार्कों एवं उद्यानों में ऐसे कार्यक्रम होने से पार्कों का सदुपयोग एवं संरक्षण होगा तथा पार्क साफ-सुथरे भी बने रहेंगे। ऐसे कार्यक्रमों से लोगों में सुबह की दिनचर्या में बदलाव आयेगा और उन्हें एक ही स्थान पर योग का प्रशिक्षण तथा आयुष चिकित्सा का लाभ मिलेगा। इससे लोगों की क्वालिटी ऑफ लाइफ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 2000 से ज्यादा योग के प्रशिक्षक हैं। इनके हुनर का लाभ आमजन को मिलेगा।आयुष मंत्री डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के मंशानुरूप प्रदेश में अपनी पुरानी परम्परागत चिकित्सा पद्धति को आम लोगों तक पहुंचाने प्रयास कर रहा है। आयुष हमारी चिकित्सा की प्राचीन विधा थी, वैद्य रोगी का नारी पकड़कर शरीर के रोग बता देता था तथा उसी अनुरूप आसानी से सस्ता उपचार भी हो जाता था। उन्होंने कहा नगर विकास विभाग और आयुष विभाग मिलकर इस योग दिवस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचायेंगे और इससे लोगों के जीवन में बदलाव भी आयेगा। प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ रखने के लिए हर दिन योगा और हर घर आयुर्वेदा पहुंचाने का हमारा प्रयास होगा।
आयुष विभाग नगरीय पार्कों में दो चरणों में योग दिवस एवं आयुष चिकित्सा पद्धति कार्यक्रम 01 मार्च, 2023 से नगर विकास विभाग एवं आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की सहायता से संचालित करेगा। ग्रीष्मकाल में प्रातः 6ः15 से 07 बजे तक तथा 7ः15 से 08ः00 बजे तक तथा शीतकाल में प्रातः 7ः15 से 08ः00 बजे तक एवं 08ः15 से 09ः00 बजे तक योग प्रशिक्षकों के माध्यम से योगाभ्यास कार्यक्रम चिन्हित पार्कों में आयोजित किया जायेगा। इस दौरान आयुर्वेद, यूनानी एवं होमोपैथी चिकित्सक ग्रीष्मकाल में प्रातः 07ः से 08ः00 तक एवं शीतकाल में प्रातः 08ः00 से 09ः00 बजे तक पार्कों में लोगों को चिकित्सकीय परामर्श हेतु मौजूद रहेंगे।कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्रीमती आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती लीना जोहरी, प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, विशेष सचिव आयुष हरिकेश चौरसिया, विशेष सचिव नगर विकास श्री धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इन्द्रमणि त्रिपाठी, निदेशक यूनानी डॉ0 अब्दुल वहीद, निदेशक होम्योपैथी डॉ0 अरविन्द कुमार वर्मा, निदेश आयुर्वेद डॉ0 पी0सी0 सक्सेना सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे और प्रदेश के सभी जनपदों से 3000 विभागीय अधिकारी वर्चुअल जुड़े थे।
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