उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने डेंगू के नियंत्रण एवं बचाव के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही कार्रवाईयों की समीक्षा की।

  • प्रशासनिक व्यवस्थासर्तकता एवं बचाव से डेंगू के मरीजों में आ रही निरंतर कमी
  • नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दवाओं का निरंतर छिड़काव कराते रहने के दिए निर्देश।

लखनऊ, गुरुवार 27अक्टूबर 2022 (सूवि) कार्तिक मास शुक्ल पक्ष द्वितीया, हेमन्त ऋतु २०७९ राक्षस नाम संवत्सर। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को सर्किट हाउस  प्रयागराज के सभागार डेंगू के नियंत्रण एवं बचाव के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही कार्रवाईयों की समीक्षा बैठक की।

वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान में विगत दिनों से डेंगू के मरीजों में निरंतर कमी आयी है। डेंगू से घबराने की जरूरत नहीं है। ठण्ड के मौसम तापमान नीचे आने पर मच्छर सुस्त हो जाते हैजिससे डेंगू फैलने में कमी आती है। उपमुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों से बेडों की उपलब्धता के बारे में जानकारी लीजिसपर उन्हें बताया गया कि स्वरूपरानी चिकित्सालय में 32 बेड़ डेंगू वार्ड में रिक्त है। तेज बहादुर सपू्रू हाॅस्पिटल में 22 तथा कैण्टोमेंट हास्पिटल में 36 बेड रिक्त है। 

प्रयागराज के प्रमुख चिकित्सालयों में लगभग 300 बेड़ खाली है। माउपमुख्यमंत्री जी आपके निर्देशानुसार सभी सरकारी चिकित्सालयों में अलग से डेंगू वार्ड की व्यवस्था की गयी हैजहां पर सारी सुविधाएं यथा वेंटीलेटरआक्सीजन एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त डेंगू के उपचार के लिए अलग से टीम का गठन भी किया गया हैजो निरंतर सक्रिय रहकर देखभाल कर रही है। सभी बेड़ों पर मच्छरदानी की व्यवस्था है। स्वरूपरानी अस्पताल में कई स्थानों से गम्भीर मरीजों को रिफर किया गया है और बेहतर इलाज करते हुए बचाया जा सका है। ट्रीटमेंट के समय में भी विशेष सावधानी की आवश्यकता है। बिना डाॅक्टर के सलाह के दवाएं न लें। फीवर के लिए केवल पैरासिटामल की दवा का प्रयोग करें। बुखार के लिए अन्य दवा न ले। डेंगू बीमारी से बचने के लिए तरल पदार्थ का उपयुक्त मात्रा में उपयोग करें।

सभी मरीजों को भर्ती की आवश्यकता नहीं होती हैकेवल जिनका प्लेटलेट्स 20 हजार से कम हैतो तत्काल उन्हें सरकारी अस्पतालों में भर्ती करें। सुबह-शाम शरीर को ढके रहने के लिए फुल आस्तीन के कपड़ों का प्रयोग करें। प्लेटलेट्स के उपयोग के बारे में भी सावधानी की आवश्यकता है। किसी भी ब्लड ग्रुप का प्लेटलेट्स उपयोग में लाया जा सकता है। एक बार में दो यूनिट से ज्यादा की प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ता है। दोबारा प्लेटलेट्स की जांच कराकर डाॅक्टर की सलाह पर ही प्लेटलेट्स का उपयोग करें। माउपमुख्यमंत्री जी ने नगर क्षेत्र के विद्यालयों में नगर आयुक्त तथा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में डीपीआरओ को दवाओं का छिड़काव कराये जाने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने दवाओं का छिड़काव मानक के अनुरूप कराये जाने के लिए कहा है। माउपमुख्यमंत्री  ने आशा तथा एएनएम के सहयोग से डेंगू से पीड़ित मरीज के घर तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है। अपने-अपने घरों के आस-पास पानी न इकट्ठा होने देसाफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। लोगो को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करेंजिससे प्लेटलेट्स की कमी न हो। यदि कोई समस्या होतो डेंगू कंट्रोल रूम से सम्पर्क करें। 

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