फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग, फ्रंटलाइन वर्कर और सहयोगी संस्थाओं द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना

  • बीएमजीएफ की टीम ने जाना फाइलेरिया मरीजों का हाल
  • फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर किये जा रहे प्रयासों को सराहा 

रायबरेली, गुरुवार 23जून 2022 (सूवि) आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष दसमी ग्रीष्म ऋतु २०७९ राक्षस नाम संवत्सर। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) की टीम ने जनपद के विभिन्न शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का दो दिवसीय भ्रमण कर फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में किये जा रहे प्रयासों का अवलोकन किया। 

दौरे के आखिरी दिन टीम ने फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग, फ्रंटलाइन वर्कर और सहयोगी संस्थाओं द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन में उनका यह प्रयास मील का पत्थर सिद्ध होगा।

बीएमजीएफ की इन्फेक्सस डिजीज (संक्रामक रोग) कार्यक्रम की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. कायला लासर्सन ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए अभी हाल ही में चलाये गए सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के आईडीए राउंड के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह से बेहतरीन कार्य हुआ है, वैसा ही प्रयास शहरी क्षेत्रों में भी करने की जरूरत है। उन्होंने इसके लिए अलग से रणनीति बनाने पर भी विचार करने को कहा ताकि फाइलेरिया उन्मूलन के संकल्प को शीघ्र साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सहयोगी संस्थाएं जिस तरह से इस दिशा में विभाग के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर कार्य कर रहीं हैं उसकी जितनी तारीफ़ की जाए वह कम है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हमने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत दो दिन पहले ख़त्म हुए आईडीए राउंड के दौरान बेहतर कार्य किया है। भविष्य में और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि बीएमजीएफ की टीम ने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन मंगलवार को शहरी क्षेत्र निरालानगर और ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हरचंदपुर के डिघौरा व सराय उमर गाँव का भ्रमण किया। बुधवार को जतुआटप्पा सीएचसी के बथुआ खास गाँव और डलमऊ सीएचसी के पूरे भागू गाँव का भ्रमण कर फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में किये गए कार्यों को देखा।

भ्रमण के अंतराल में बीएमजीएफ की टीम ने स्वास्थ्य केंद्रों पर रिकॉर्ड्स को देखा और फाइलेरिया मरीजों के घर जाकर उनसे बातचीत कर उनकी चुनौतियों को भी समझा। इसके अलावा अभियान के दौरान जिन लोगों ने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने से मना किया था उन लोगों से मिलकर उन्हें दवा खिलाने के लिए तैयार किया और अपने सामने दवा भी खिलाई। इसके साथ ही बीएमजीएफ की टीम ने भ्रमण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया व ब्लॉकस्तरीय अधिकारियों से भी मुलाकात की। भ्रमण के अंतिम दिन जिलाधिकारी से मिलकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में उनके कुशल नेतृत्व के लिए शुभकामनाएं दीं और धन्यवाद ज्ञापित किया।

टीम के भ्रमण के समय प्रदेश के संयुक्त निदेशक फाइलेरिया एवं कालाजार डा. वी. पी. सिंह, बीएमजीएफ के प्रतिनिधि, सहयोगी संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च, पाथ, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटेरनेशनल (पीसीआई) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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