अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केन्द्र की स्थापना

  • उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर का कालानमक चावल सिंगापुर में निर्यात होगा
  • सिद्धार्थनगर में शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केन्द्र की स्थापना होगी
  • किसानों को स्थानीय स्तर पर बड़ा बाजार मुहैया कराने के लिए कालानमक महोत्सव का आयोजन- डा0 नवनीत सहगल

लखनऊ, बुधवार 17 फरवरी 2021 माघ मास शुक्ल पक्ष षष्ठी २०७७ प्रमादी नाम संवत्सर। अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद का काला नमक चावल सिंगापुर में निर्यात किया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा एक जिला-एक उत्पाद योजना (ओ0 डी0 ओ0 पी0) के तहत किसानों को दी गई सुविधाओं के फलस्वरूप इस प्रकार की सफलता मिल रही है।

डा0 सहगल आज निर्यात प्रोत्साहन भवन में ओ0 डी0 ओ0 पी0 कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान सिद्धार्थनगर जनपद की एस0पी0वी0 ने सिंगापुर को निर्यात किये जाने वाले काला नमक चावल का प्रदर्शन किया। आकर्षक पैकेजिंग और चावल के अंदर मौजूद सभी खूबियों को जानकारी रैपर के माध्यम से उपलब्ध कराई गई। साथ ही चावल के जार पर बारकोड की सुविधा दी गई है, जिससे चावल खरीदने वाले व्यक्ति बारकोड स्कैन कर काला नमक चावल के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

डा0 सहगल ने कहा कि शीघ्र ही अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केन्द्र (आईआरआरआई) वाराणसी के सहयोग से सिद्धार्थनगर में अनुसंधान केन्द्र खोला जायेगा। इसके माध्यम से चावल की वैरायटी, ब्रीड तथा उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही आस-पास के जिलों के किसानों को भी इससे लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त काला नमक चावल के उत्पादन से जुड़े किसानों को स्थानीय स्तर पर बड़ा बाजार मुहैया कराने के लिए काला नमक महोत्सव का आयोजन भी किया जायेगा। काला नमक चावल को मार्केट बढ़ाने और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुचाने के लिए सरकार किसानों व उद्यमियों को हर सम्भव मदद व सुविधा देने के लिए तत्पर है।

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